मुंबई प्रतिनिधी तेज न्यूज
आवारा मवेशियों को बचाने के चक्कर में लोहे की तीन कॉइल से भरे ट्रेलर का नियंत्रण छूट गया और उसने टेंपो व स्कूटी को टक्कर मार दी, जिससे भीषण हादसा हुआ।इस दुर्घटना में स्कूटी चालक राशिद राजपूत की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
पुराने मुंबई-पुणे राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 4 पर वावंढळ गांव की सीमा में कंटेनर, टेंपो और स्कूटी के बीच भीषण दुर्घटना हुई। इस हादसे में खोपोली म्हाडा कॉलोनी के निवासी स्कूटी चालक राशिद राजपूत की मौत हो गई। दुर्घटना के दो घंटे बाद भी आईआरबी की टीम मौके पर नहीं पहुंची, जिससे सामाजिक कार्यकर्ता सुनील गायकवाड़ ने रोष व्यक्त किया।
आज सोमवार, दिनांक 13 अक्टूबर 2025 को सुबह करीब 9 बजे पनवेल की दिशा से MH 46 BM 9933 नंबर का ट्रेलर तीन लोहे की कॉइल लेकर खोपोली की ओर जा रहा था। उसी दौरान सड़क पर अचानक सामने आए आवारा मवेशियों को बचाने के प्रयास में चालक का वाहन से नियंत्रण छूट गया और ट्रेलर खोपोली-पनवेल मार्ग पर पलटते हुए खोपोली की दिशा से पनवेल की ओर जा रहे गुड्डे बिस्किट से भरे टेंपो (MH 04 LE 7747) को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रेलर और टेंपो दोनों सड़क पर पलट गए।उसी स्थान पर खोपोली म्हाडा कॉलोनी के निवासी राशिद राजपूत (स्कूटी - MH 46 BJ 239) अपनी स्कूटी सड़क किनारे खड़ी कर फोन पर बात कर रहे थे। अचानक ट्रेलर की टक्कर से वे बुरी तरह कुचले गए और घटनास्थल पर ही खून से लथपथ गिर पड़े। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इस के आवाज से आस-पास के लोग दुर्घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े।
सामाजिक कार्यकर्ता सुनील गायकवाड़ सबसे पहले मौके पर पहुंचे और पुलिस तथा आईआरबी को सूचना दी। पास में ही मौजूद और हमेशा दुर्घटनाग्रस्त लोगों की मदद करने वाले पशु-प्रेमी रामदास काईनकर भी तुरंत पहुंचे। हेल्प फाउंडेशन के धनंजय गीध, पत्रकार अर्जुन कदम, पुलिस उपनिरीक्षक शिवाजी जुंदरे, पुलिस कर्मचारी घुले, गणेश पवार, सहायक पुलिस उपनिरीक्षक गबहाले, सामाजिक कार्यकर्ता नितीन मालुसरे और दिनेश महाडिक ने मिलकर घायल स्कूटी चालक को अस्पताल भेजा, जबकि टेंपो चालक जो गाड़ी के नीचे फंसा था, उसे सुरक्षित बाहर निकाला गया।
हालांकि, इस दो घंटे की पूरी घटना के दौरान आईआरबी (रास्ता रखरखाव और मरम्मत करने वाली एजेंसी) की कोई टीम मौके पर नहीं पहुंची। इस पर सुनील गायकवाड़ और निखिल मालुसरे ने तीव्र नाराज़गी जताई और मांग की कि आईआरबी पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ये केवल टोल वसूली के लिए हैं?वर्तमान में खेतों के काम खत्म हो चुके हैं, इसलिए कई लोगों ने अपने मवेशी खुले छोड़ दिए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जिन पशुओं के मालिक हैं, उन पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
राशिद राजपूत की मृत्यु अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई। साथ ही यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि ट्रेलर में तीन भारी लोहे की कॉइल ले जाने की अनुमति थी या नहीं? इस पर यातायात पुलिस कार्रवाई करेगी या नहीं?इस दुर्घटना के कारण राजमार्ग पर काफी देर तक ट्रैफिक जाम लगा रहा। ऐसे समय में स्थानीय कार्यकर्ता ने क्रेन हैड्रा बुलाकर दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को सड़क के किनारे हटाते हैं और पूरा खर्च भी खुद उठाते हैं। इसलिए अब आईआरबी के कामकाज की जांच की मांग ज़ोर पकड़ रही है।